शैक्षणिक सत्र 2011-12 से एम.फिल. एवं पीएच.डी. कार्यक्रम के साथ हिंदी विभाग
की शुरुआत हुई. शिक्षण-सत्र 2014-15 से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर कार्यक्रम
संचालित है.
विभाग का उद्देश्य
स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को रोजगारपरक पाठ्यक्रम के माध्यम से हिंदी
साहित्य एवं भाषा में दक्ष बनाना.
अधुनातन पाठ्यक्रम एवं गंभीर अकादमिक गतिविधियों के द्वारा साहित्य,
साहित्य-दर्शन, समाज एवं संस्कृति के अंतर्संबंधों का अध्ययन करना.
अंतर-अनुशासनिक एवं अंतर-भाषिक शोध के द्वारा भारतीय भाषाओं के
साहित्य और हिंदी साहित्य में नये उपागमों की पड़ताल करना जिससे भारत
की भाषायी और सांस्कृतिक बहुलता की विवेचना के साथ-साथ समान भाव-
भूमि की पड़ताल संभव हो सके.
तुलनात्मक साहित्य में अनुसंधान को बढ़ावा देना.
शोध एवं शिक्षण में अद्यतन प्रविधि के माध्यम से शोधार्थियों में शोध
आलेख लिखने का कौशल विकसित करना. जिससे वे गहन आलोचनात्मक
एवं विवेकपूर्ण अंतर्दृष्टि से संपन्न हो सकें.
प्राचीन एवं मध्यकालीन साहित्य में अनुसंधान के साथ-साथ आधुनिक एवं
समकालीन साहित्य व भाषाविज्ञान में शोध के माध्यम से राजनीति,
समाजार्थिक एवं सांस्कृतिक चुनौतियों की पड़ताल.
रचनात्मक लेखन, पटकथा लेखन, अनुवाद विज्ञान एवं प्रयोजनमूलक हिंदी
के माध्यम विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को कौशल-संपन्न करना.