विद्यार्थियों और संकाय के उत्थान एवं विकास के लिए ज्ञानवर्धक वातावरण प्रदान करना। विश्वविद्यालय-तंत्र अभिनव कार्यक्रमों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए; अग्रणी अनुसंधान, विद्वतापूर्ण अन्वेषण तथा रचनात्मक प्रयत्नों के माध्यम से भारत की शैक्षिणक, सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रगति में योगदान देगा।
विश्वविद्यालय भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों के साथ ज्ञानार्जन का परिवेश निर्मित करने और नूतन शिक्षण तथा समग्र शैक्षणिक वातावरण के माध्यम से छात्रों द्वारा उपयोगी ज्ञान, संचार कौशल और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ अर्जित करने को बढ़ावा देने हेतु प्रयत्नशील रहेगा।
विश्वविद्यालय भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों के साथ ज्ञानार्जन का परिवेश निर्मित करने और नूतन शिक्षण तथा समग्र शैक्षणिक वातावरण के माध्यम से छात्रों द्वारा उपयोगी ज्ञान, संचार कौशल और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ अर्जित करने को बढ़ावा देने हेतु प्रयत्नशील रहेगा।
ज्ञान के परंपरागत और नए/उभरते हुए क्षेत्रों में अत्याधुनिक उपयोगी अनुसंधान की सुविधा उपलब्ध करवाना।
प्रत्येक क्षेत्र/विषय में प्रासंगिकता और गुणवत्ता पर ध्यान देना।
शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्रों में विश्वस्तरीय पहचान बनाना।
संकाय एवं विद्यार्थियों दोनों के लिए संदर्भगत और सांस्कृतिक शिक्षण हेतु अन्तराष्ट्रीय संबंध बनाना।
परिसर में प्रासंगिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं शैक्षणिक वातावरण प्रदान करने में सरकार, उद्योग, समुदाय आदि सहित सभी भागीदारों को शामिल करना।
नए ज्ञान और समाज केंद्रित दृष्टिकोण को शामिल करने के लिए पाठ्यक्रम की सतत समीक्षा करना और उसे अद्यतन बनाना।
राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहभागिता।
शैक्षणिक एवं अनुसंधान क्षेत्रों में अन्तर्विषयक दृष्टिकोण।
परिसर में सर्वश्रेष्ठ सत्यनिष्ठा, नैतिकता और मूल्यों का सृजन करना और इन महत्त्वपूर्ण घटकों के साथ कोई समझौता नहीं करना।
वर्तमान शैक्षणिक एवं अनुसंधान क्षेत्रों का वैविध्यपूर्ण विस्तार करना और उन्हें चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करना।
प्रत्येक क्षेत्र में सृजनात्मकता एवं नवाचार को बढ़ावा देना।